Ravi jaik With Pardeep November 2, 2017 • Jaiker Ravi दिन छोटे और राते लम्बी हो गई है मौसम ने यादों के वक्त को बढा दिया है ++++++++++++++++++++++++ हमे मरना भी मंजुर है ,साहेब बस फंदा उसकी बाहों का हो !! RAVI JAIK Share this:TwitterFacebookLike Loading... Related